उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर जावोखीर सिंदारोव ने इतिहास रच दिया है। गोवा में चल रहे महीने भर के रोमांचक मुकाबले के बाद वे FIDE वर्ल्ड कप के सबसे कम उम्र के चैंपियन बन गए हैं। फाइनल में उन्होंने चीन के नंबर-1 खिलाड़ी वेई यी को टाईब्रेक में हराकर खिताब अपने नाम किया।
गोवा में ऐतिहासिक जीत फाइनल के दोनों क्लासिकल गेम ड्रॉ रहने के बाद मामला रैपिड टाईब्रेक तक गया। दोनों खिलाड़ी रैपिड में बेहद मजबूत माने जाते हैं, लेकिन सिंदारोव ने कमाल की शांति दिखाई और आखिरकार ताज अपने सिर पर सजाया। इस जीत ने उन्हें शतरंज इतिहास की किताबों में हमेशा के लिए सबसे युवा वर्ल्ड कप विजेता बना दिया।
फाइनल तक का रोमांचक सफर और बड़े परिणाम 206 खिलाड़ियों के इस बड़े टूर्नामेंट में सिंदारोव ने दुनिया के टॉप-टॉप खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए फाइनल तक का रास्ता बनाया। वहीं तीसरा स्थान रूसी GM आंद्रे एसिपेंको ने हासिल किया, जिन्होंने नोदिरबेक याकुब्बोएव को 2-0 से हराकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई कर लिया। फाइनल का पहला औपचारिक चाल भारतीय शतरंज के बड़े नाम GM दिब्येंदु बारुआ ने चलाया था।
टूर्नामेंट की सबसे बड़ी उलटफेर और यादगार पल इस वर्ल्ड कप में कई चौंकाने वाले नतीजे आए। जोस मार्टिनेज ने विश्व नंबर-2 नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को हरा दिया। फ्रेडरिक स्वाने ने मौजूदा विश्व चैंपियन गुकेस डी को मात दी। दानिल दुबोव की तेज तैयारी से मिली जीत और अर्जुन एरिगैसी का टाईब्रेक में हुआ ब्लंडर भी खूब चर्चा में रहा।
परीक्षा के लिए जरूरी तथ्य जावोखीर सिंदारोव सबसे कम उम्र के FIDE वर्ल्ड कप चैंपियन बन गए हैं। 2025 वर्ल्ड कप 1 नवंबर से गोवा में 206 खिलाड़ियों के साथ शुरू हुआ था। तीसरा स्थान और कैंडिडेट्स की सीट आंद्रे एसिपेंको ने पक्की की। फाइनल की पहली चाल GM दिब्येंदु बारुआ ने चलाई थी।
