कुवैत ने अपना पहला जियोलॉजिकल पार्क लॉन्च कर दिया है, जो पर्यावरण शिक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान और इको-टूरिज़्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल साबित होगा। यह नया पार्क देश के प्राकृतिक परिदृश्य, दुर्लभ भू-वैज्ञानिक संरचनाओं और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, साथ ही कुवैत की सतत विकास और आर्थिक विविधीकरण की राष्ट्रीय दृष्टि को भी मजबूत बनाता है।
राष्ट्रीय दृष्टि के तहत तैयार हुआ GeoPark
यह पार्क कुवैत की दीर्घकालिक विकास योजना का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य अर्थव्यवस्था का विस्तार करना और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देना है। इसे ओपन-एयर वैज्ञानिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है, जहां स्कूल, विश्वविद्यालय और शोध संस्थान इलाके के भू-वैज्ञानिक विकास का अध्ययन कर सकेंगे। कुवैत सिटी के पास होने के कारण पार्क तक आम लोगों की पहुंच भी आसान है, जिससे जनभागीदारी बढ़ने की उम्मीद है।
पार्क की खासियतें और शैक्षिक सुविधाएं
इस जियोलॉजिकल पार्क में खूबसूरती से तैयार की गई ट्रेल्स, जानकारी देने वाले इंटरप्रिटेटिव पैनल और इंटरएक्टिव प्रदर्शनियाँ लगाई गई हैं। यहां चट्टानों की परतों, खनिजों के प्रकार और जीवाश्मों के सबूतों को सरल तरीके से समझाया गया है। एक विशाल ‘Geological History Wall’ कुवैत की भू-वैज्ञानिक यात्रा की पूरी टाइमलाइन दिखाती है। आगंतुक मिनरल गार्डन में खनिजों को हाथ से छूकर सीख सकते हैं, गाइडेड वॉक में हिस्सा ले सकते हैं और पृथ्वी विज्ञान से जुड़े वर्कशॉप में शामिल हो सकते हैं।
ऐतिहासिक और वैज्ञानिक महत्व
पार्क ऐसे क्षेत्र में स्थित है जो प्राकृतिक और पुरातात्विक धरोहर से बेहद समृद्ध है। यहां मौजूद अनोखे सैंड इंजेक्टाइट स्ट्रक्चर मंगल ग्रह जैसी सतह का एहसास कराते हैं। पार्क प्राचीन मानव बस्तियों के साक्ष्य भी संरक्षित करता है, जिनमें उबैद सभ्यता से जुड़े स्थल शामिल हैं। इसी क्षेत्र में कुवैत का पहला तेल अन्वेषण कुआँ भी 1936 में खोदा गया था, जो देश के पेट्रोलियम युग की शुरुआत का प्रतीक है।
