भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(IMD) की 150 वीं वर्षगाँठ पूर्ण होने के अवसर पर भारत “अखंड भारत इवेंट” (Undivided India Event-2025) कार्यक्रम मनाने की घोषणा की जिसमें पाकिस्तान,बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान, म्यांमार,माल्दीव, श्रीलंका और नेपाल को निमंत्रण भेजा गया।
इसके अलावा उपमहाद्वीप के अलावा मध्यपूर्व ,मध्य और दक्षिण पूर्व एशिया के अधिकारियों को भी निमंत्रण भेजा गया।
आई एम डी की स्थापना 15 जनवरी 1875 को हुई थी। IMD में उस समय सिर्फ एक अफसर HF BLANFORD काम करते थे इनका काम मौसम का अध्ययन करके रिपोर्ट करना था।
इंग्लिश इतिहास के अनुसार सबसे पहले Weather ऑब्जर्वेटरी की स्थापना 1785 उसके बाद मद्रास में ऑब्जर्वेटरी 1796 को और मुंबई में ऑब्जर्वेटरी 1826 में हुई थी।
IMD की स्थापना की जरूरत इसलिए हुई क्योंकि 1864 में रिकार्ड् अनुसार पहला साइक्लोन तूफान कोलकाता में आया था इसके बाद 1866 व 1971 में मानसून का सही से अनुमान नहीं लगाया जा सका जिसके कारण बंगाल में सूखा पड़ा और बंगाल में भुखमरी शुरू हो गई भविष्य में ऐसी घटना ना हो इसके लिए आईएमडी की स्थापना 1875 में की गई जिसका हेडक्वार्टर कोलकाता में था।
इसके बाद में आईएमडी का हेडक्वार्टर 1905 में शिमला बनाया गया फिर उसके बाद 1928 में पूना में इसका हेडक्वार्टर बनाया गया उसके बाद में हेड क्वार्टर 1944 न्यू दिल्ली में बनाया गया है जो अभी तक यही पर है।
यह मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के अंडर में काम करता है वित्त मंत्रालय ने इस अवसर पर ₹150 का एक विशेष और सीमित संस्करण वाला सिक्का जारी करने का निर्णय लिया तथा गृह मंत्रालय ने 26 जनवरी 2025 गणतंत्र दिवस के अवसर पर विशेष झांकी को मंजूरी दी है।
