लाफिंग बुद्धा परमाणु कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने वाले राजगोपाल चिदंबरम जी का निधन

भारत के परमाणु कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने वाले राजगोपाल चिदंबरम जी का 4 जनवरी 2025 को सुबह मुंबई में निधन हो गया । राजगोपाल चिदंबरम जी का जन्म 12 नवंबर 1936 में हुआ था, उन्होंने सन् 1974 और 1998 पोखरण में परमाणु बम परीक्षण में अहम भूमिका निभाई थी ।

इसके अलावा ग्रामीण भारत में समुदायों को सशक्त बनाने के लिए नवीन तकनीकों की शुरुआत की थी । राजगोपाल चिदंबरम जी भारत के परमाणु कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है । सन् 1974 में भारत के परमाणु परीक्षण के प्लूटोनियम लाने में विशेष भूमिका निभाई, सन् 1974 में परमाणु परीक्षण पोखरण में हुआ था इस परीक्षण इस परमाणु कार्यक्रम बहुत ही गुप्त था ,इस ऑपरेशन का नाम बुद्धा मुस्कुराए थे । सन 1998 में डीआरडीओ (DRDO) के अध्यक्ष अब्दुल कलाम के साथ मिलकर 11 मई और 13 मई परमाणु परीक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उस समय के मौजूदा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे, इस परमाणु कार्यक्रम अभियान का नाम लाफिंग बुद्धा था ।

 कंप्यूटर के स्वदेश चिदंबरम जी ने भारत में सुपरकंप्यूटर के स्वदेशी विकास की पहल की और राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क की अवधारणा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी ।

महत्वपूर्ण योगदान

  • सन 2001 से 2018 तक भारत सरकार के प्रधान विज्ञानी सलाहकार रहे
  • सन 1990 से 1993 तक भामा परमाणु अनुसंधान अनुसंधान केंद्र के निदेशक रहे
  • 1993 से 2000 तक परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष और भारत सरकार के सचिव रहे
  • 1994-1995 में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया

Note : सन 1975 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया और सन् 1999 में कदम भी विभूषण से सम्मानित किया गया

1 Comment

Add a Comment
  1. Mantap sekali untuk artikelnya, isinya inspiratif.
    Saya baru tahu hal ini dan kebetulan juga membaca **takuhaifoods.com**
    yang menyajikan konten makanan dengan bahasa sederhana.

    Mudah-mudahan admin selalu sukses.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *